मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सेंट्रल होटल पहुंचकर

रुड़की/हरिद्वार 18 अक्टूबर 2025-
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सेंट्रल होटल पहुंचकर उत्तराखंड जनमंच मीडिया हाउस द्वारा आयोजित जन संवाद/डायलॉग कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
उन्होंने कार्यक्रम के लैंड जेहाद पर बोलते हुए दौरान कहा किसी भी वर्ग, समुदाय विशेष को टारगेट करने जैसा कुछ भी नहीं है। उत्तराखंड बहुत शांत प्रदेश है और सभी लोग मिलजुलकर रहते हैं। लैंड जेहाद सुनियोजित तरीके से सरकारी भूमि पर कब्जा करना है। उन्होंने कहा कि राज्य में हरी चादर ओढ़ाकर लगातार कब्जा किया जा रहा था। शासन, प्रशासन द्वारा कानूनी नियम एवम् प्रक्रियाओं को अपनाते हुए लैंड जेहादियों से 9 हजार एकड़ से अधिक भूमि खाली कराई गई।

उन्होंने ऑपरेशन कालनेमि पर बोलते हुए कहा कि हमारा उत्तराखंड देवभूमि है जहां देश दुनिया के लोग आते रहते हैं। देवभूमि का नाम पवित्रता व शुद्धता के लिए जानी जाती है। हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के दौरान ही 4.50 करोड़ श्रद्धालु आएं थे तथा दैवीय आपदा के बावजूद भी देश दुनिया के सनातनी आते हैं। कुछ छद्म वेशधारी धार्मिक एवम् धर्म मार्ग में अवरुद्ध करने तथा लोगों की भावनाओं को आहत करने का काम करते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ ऑपरेशन कालनेमि चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि ऑपरेशन कालनेमि नाम रखे जाने के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि जल लक्ष्मण जी शक्ति/बाण लगने के कारण मूर्छित होने पर भगवान श्रीराम की इच्छा के अनुरूप हनुमान जी जड़ी बूटी लेने गए थे, तब छद्मवेष में कालनेमि ने हनुमान जी के मार्ग में बाधा उत्पन्न की थी, कालनेमि के नाम पर ही इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन कालनेमि दिया गया है
उन्होंने कहा कि आपदा का राज्य के साथ चोली दामन का साथ हो गया है। उन्होंने कहा कि दैवीय आपदाओं को रोका नहीं जा सकता लेकिन रिस्पॉन्स टाइम कम करके व प्रभावी कार्यवाही कर के आपदाओं से होने वाले नुकसान को न्यून कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस,आर्मी आदि के जवानों ने जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाने एवं राहत पहुंचाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि आपदा का राज्य के साथ चोली दामन का साथ हो गया है। उन्होंने कहा कि दैवीय आपदाओं को रोका नहीं जा सकता लेकिन रिस्पॉन्स टाइम कम करके व प्रभावी कार्यवाही कर के आपदाओं से होने वाले नुकसान को न्यून कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस,आर्मी आदि के जवानों ने जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाने एवं राहत पहुंचाने का काम किया। उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी भी आपदाओं से संबंधित घटनाओं एवम् बचाव कार्यों की पल पल की जानकारी लेते रहे तथा आपदा पीड़ितों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनी।
उन्होंने कहा का राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र में काम करने के लिए परिवार का सहयोग बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष मुद्दाविहीन है और जनता का समर्थन मिलता नहीं है तथा चुनाव हारने पर ईवीएम को खराब बताते हैं। उन्होंने सवाल किया कि विपक्ष चर्चाओं से क्यों भागता है।
उन्होंने राज्य में राजनीतिक परिवर्तन के बारे में बोलते हुए कहा कि उनके पूरे कार्यकाल के दौरान परिवर्तन से संबंधित हाफ सेंचुरी से अधिक बार अफवाहें उड़ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि राज्यबके राजनीतिक गलियारे में स्थिरता सुनिश्चित हुई है।
उन्होंने कहा कि राज्य गठन से अब तक सर्वाधिक व निर्विवाद भर्तियां उनके कार्यकाल में हुई हैं, उन्होंने कहा कि अब तक कुल 40 हजार भारतीयों में से 26 हज़ार से अधिक भर्तियां उनके कार्यकाल में हुई है। उन्होंने कहा कि भर्तियों को पारदर्शिता से संपन्न कराने का संकल्प लिया गया है। विगत दिनों हुए घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि धरना स्थल पर पहुंचकर युवाओं के बीच पहुंचकर उनसे वार्ता की। जिसपर कुछ व्यक्तियों द्वारा कहा गया कि धामी युवाओं के सामने झुक गया है। उन्होंने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि धामी प्रदेश के युवाओं के हितों के लिए झुकने के लिए ही नहीं यदि सर भी कटाना पढ़ें तो धामी सर कटाने के लिए भी तैयार है।
उन्होंने लोकल फॉर वोकल, स्वदेशी अपनाने, हरिद्वार तथा ऋषिकेश हेतु प्रस्तावित कार्यों सहित विभिन्न विषयों पर दमदार तरीके से अपनी बात कही।

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